सिर दर्द के कारण

बदलती जीवनशैली और गलत खानपान में किसी को भी सिरदर्द होना एक आम बात है। सिरदर्द से तात्पर्य है सिर के एक या एक से अधिक हिस्सों में साथ ही गर्दन के पिछले भाग में हल्के से लेकर तेज़ दर्द का एहसास होना। सिर दर्द के कई कारण होते हैं, हालांकि ज़्यादातर सिरदर्द किसी गंभीर बीमारी की वजह से नहीं होते। आमतौर पर सिरदर्द नींद पूरी न होने, दांतों में दर्द होने, थकान होने, गलत दवाई लेने, चश्मे का नंबर बढ़ने, मौसम बदलने पर हो सकता है। कवासु डेयरी हम आप को बताते है सिर दर्द के प्रकारों के बारें में-

 1. तनाव से सिर दर्द -
इस प्रकार दर्द होने पर सिर का पूरा हिस्सा या दोनों साइड प्रभावित होते हैं। इस दौरान शारिरीक गतिविधि का सिरर्दद पर कोई असर नहीं होता है। ये मांसपेशियों में सिकुड़न के कारण होता है। ये सिरदर्द लंबे समय तक तनाव के रहने के कारण होता है। 90 प्रतिशत सिरदर्द इसी कारण होते हैं और आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाते हैं।

2. कल्स्टर सिर दर्द -
यह भी सिर दर्द का एक प्रकार है। इसमें चेहरे, सिर और गर्दन के एक हिस्से में ही दर्द होता है। यह दर्द दोनों हिस्सों को प्रबावित नहीं करता है। जब इस तरह का सिर दर्द हो तो नीचे बिल्कुल ना झुकें। इससे दर्द और बढ़ सकता है। ऐसे में आपको एल्कोहल और धूम्रपान की आदत को छोड़ देना चाहिए।

3. माइग्रेन-
यह दर्द सर के एक हिस्से में दबाव के साथ और आंखों के पीछे होता है। अगर आप इस दौरान सामान्य शारिरीक गतिविधि करते हैं तो दर्द बढ़ सकता है। माइग्रेन की समस्या ज्यादतर आनुवंशिक होती है। यह सिरदर्द हर किसी में अलग-अलग होता है। माइग्रेन से कई बार धीरे-धीरे और कई बार तेज होने लगता है। इसका कारण किसी भोज्य पदार्थ से एलर्जी भी हो सकता है।

4. दांत दर्द के कारण-
कभी-कभी दांतों में दर्द के कारण भी सिरदर्द की शिकायत रहती है। दांतों में कीड़ा लगने, अक्ल दाढ़ आने आदि से पूरे जबड़े में दर्द रहता है। ऐसे में डॉक्टर से संपंर्क करना उचित रहता है वो इस दर्द के सही कारणों का पता लगाकर इसका निवारण करते हैं जिससे आपको सिर और दांत दर्द दोनों में राहत मिलती है।  

5. हैंगओवर-
इस तरह का सिरदर्द अधिकतर उन लोगो को होता है जो नशीले पदार्थों का सेवन करते है। वह नशे के आदि हो जा‍ते है और जब उन्‍हें नशा नही मिलता है तो उनके सिर में दर्द होने लगता है। यह इसलिए होता है क्‍योंकि  नशीले पदार्थों के सेवन से ऊतकों पर उत्तेजक प्रभाव पड़ता है, जिससे ऊतको का आवरण उत्तेजित होता है। मस्तिष्क में इस तरह की उत्तेजना के कारण सिरदर्द होता है

6. साइनस के कारण-
साइनस का दर्द होने पर आंखों के आसपास, चिकबोन्स, माथा और नाक के पास का हिस्सा प्रभावित होता है। इसमें अचानक से कोई गतिविधि, झुकना या व्यायाम करने से बचें इससे दर्द और बढ़ सकता है। साइनस में सिरदर्द तेज और कई बार लगातार होता रहता है। यह अधिकतर सुबह शुरू होता है।  

7. कब्ज से सिरदर्द-
सिरदर्द उत्पन्न होने का एक अन्य कारण और भी है, जिसे कब्ज से होने वाला सिरदर्द कहते हैं। अधिक कब्ज होने के कारण यह सिरदर्द होता है। पेट में कब्ज बनने के कारण कभी-कभी आंतों की दीवारों में प्लाज्मा आवश्यकता से अधिक नष्ट होने लगते जिसके कारण ब्रेन तक खून पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पाता है, जिससे सिरदर्द उत्पन्न होने लगता है।

8. कैफीन के कारण-
जो लोग कॉफी पीने के आदी होते हैं उन्हें इसकी वजह से भी सिर दर्द हो सकता है। जैसे आपको दिन में दो बार कॉफी पीने की आदत है ऐसे में अगर आपको किसी कारण वश कॉफी ना मिले तो सिर में दर्द की समस्या शुरु हो जाती है। इस दर्द से बचने के लिए आपको कॉफी की लत छोड़नी चाहिए। 

9.दवाओं के कारण-
कभी-कभी कुछ दवाईयां भी सिरदर्द का कारण होती हैं जैसे हृदय रोगों में ली जाने वाली दवाईयां और उच्च रक्तचाप होने पर ली जाने वाली दवाईयां। इसलिए हमेशा कहा जाता है कि जब तक बहुत जरूरी ना हो इन दवाओं का सेवन ना करें।

10. नींद पूरी ना होना-
सिरदर्द कई प्रकार के होते हैं जैसे- अधिक देर तक सोते रहने या कम समय सोने से, नींद पूरी न होने के कारण भी सिरदर्द हो सकता है। कभी-कभी नींद के बीच-बीच में टूटने के कारण भी सिरदर्द होता है। ऐसे में अपने शरीर की जरूरत को समझें और नींद पूरी करें